- Kanika Chauhan
COVID-19: सोशल डिस्टैंसिंग के साथ गंगा में फँसे कूड़े से सजाये जा रहे शौर्य व स्मृति वन
बीइंग भगीरथ टीम ने हरिद्वार शहर की जनता को आई लव हरिद्वार सेल्फी प्वाइंट भेंट करने के बाद अब दो और हरित अनमोल भेट देने का फैसला किया है।गंगा वाटिका कनखल मे पुलवामा शहीदों की याद में टीम द्वारा बनाया गया शौर्य वन तथा पर्यावरण दिवस के अवसर पर टीम द्वारा शुरू की गई वनीकरण की मुहिम धरातल पर दिखने लगी है । बीइंग भगीरथ के संस्थापक शिखर पालीवाल ने बताया की टीम द्वारा 5 जून से 7 जून तक पर्यावरण पर दिवस के अवसर पर शहरी वनीकरण मुहिम के अंतर्गत 3 दिन तक रोज १११ पौधे लगाए जा रहे है।
खास बात यह है की यह पौध टीम के सदस्यों ने शिखर पालीवाल का कहना है की वाटिका की साजो-सज्जा का काम गंगा के अंदर से निकले सूखे पेड़ों, कपड़ों तथा अन्य समग्रीयों से किया जा रहा है। उन्होंने बताया की बीइंग भगीरथ संस्था ने अपने प्रयासों से स्वयं पैसा इकट्ठा कर, 25 स्वयं सेवीयों की टीम बनाकर सोशल डिस्टैंसिंग के साथ आम जनता के पूर्वजों की याद में लगाए गए स्मृति वन की रखरखाव की भी जिम्मेदारी ली हुई है और इसी के साथ शौर्य वन तथा यह जो वनीकरण किया जा रहा है इसके रख-रखाव की जिम्मेदारी हमारी संस्था की ही है ।
उन्होंने बताया हमने अपने हर एक स्वयंसेवी को एक पौधे का रखरखाव करने की जिम्मेदारी दी है और साथ ही साथ इस वर्ष हमारा लक्ष्य 100000 पौधारोपण करने का है। संस्था की पौधारोपण विंग की संयोजक मधु भाटिया, नीरज शर्मा, रुचिता व जनक सहगल ने बताया की संस्था की सभी महिलाएँ स्वयं पौधे तैयार कर रही हैं और ज़्यादा से ज़्यादा ज़ोर पंच पल्लव पौधे व त्रिफला पर दिया जा रहा है । उन्होंने बताया पीपल, नीम, हरड़, जामुन, बहेड़ा, पिलखन व आँवला के पौध तैय्यार कर टीम की युवा विंग को सौंपे जा रहे हैं । कला व आर्ट विंग की टीम के संयोजक ओम् पैण्टर व शुभम विश्नोई ने बताया की गंगा जी से कूड़े मे से उपयोगी वस्तुएँ बनाई जा रही हैं जिसमें सूखे पेड़ों से द्वार, कपड़ों से गमले, व अन्य वस्तुओं से वाटिका को सुंदर बनाया जा रहा है ।
वाटिका पुनरोद्धार व गंगा किनारे पौधारोपण में जिया, महक, निक्की, विपिन, वेणु, प्रणव, संतोष साहू, विनोद कुमार, मोहित विश्नोई, शिवम् घोष, स्नेहा, सीमा प्रजापति, भाविका, विदुषी गोयल, अंकित, राहुल गुप्ता, हितेश चौहान आदि ने सहयोग किया ।।